धनेश्वरी राव ने पेश की आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की जीवंत मिसाल
संपादक विकेश शुक्ला
मुंगेली / जिले के पथरिया विकासखण्ड के ग्राम मोहभट्टा की धनेश्वरी राव ने आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है। वह बीते कई वर्षों से ग्रामीण महिलाओं को उनके हुनर के माध्यम से आर्थिक स्वतंत्रता दिलाने में सक्रिय रही हैं। धनेश्वरी राव ‘लखपति दीदी’ के नाम से जानी जाती हैं और उनका सफर खासतौर पर 2019 से बदल गया, जब उन्हें बिहान योजना के तहत रॉयल्टी फंडिंग और क्रेडिट फैसिलिटी मिला। धनेश्वरी ने बिहान समूह से जुड़ने के बाद अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए खेती-बाड़ी में योगदान देना शुरू किया था। हालांकि, पहले घर की बुनियादी जरूरतें पूरी करने में भी उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। लेकिन बिहान योजना के अंतर्गत मिले प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता के बाद उन्होंने मैक्रेमे टेडी बियर और अन्य हस्तशिल्प उत्पादों का व्यवसाय शुरू किया।
धनेश्वरी को बिहान में जुड़ने के बाद 03 लाख रुपये का लोन भी मिला, जिससे उन्होंने अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ाया। इसके बाद 2024 में उन्हें बस्तर के सरस मड़ई मेले में व्यवसाय का मौका मिला, जहां उन्होंने 8 दिनों के भीतर 80 हजार रुपये से अधिक का मुनाफा कमाया। धनेश्वरी ने बताया कि उनके द्वारा तैयार किए गए झुमर, मैक्रेमे टेडी बियर और अन्य सामान से अब उनकी मासिक आय 01 लाख रुपये तक हो जाती है, जिस कारण वह लखपति दीदी की श्रेणी में आती हैं। उनका मानना है कि सरकार की योजनाओं से महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बन रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और कलेक्टर राहुल देव का धन्यवाद किया। धनेश्वरी राव की यह सफलता की कहानी न केवल मुंगेली जिले बल्कि समूचे प्रदेश में ग्रामीण महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है।