चिरायु योजना से चूड़ामणि के आंख में मोतियाबिंद का हुआ सफल ऑपरेशन
संपादक विकेश शुक्ला
मुंगेली / शासन द्वारा स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत चिरायु योजना का संचालन किया जा रहा है। कलेक्टर राहुल देव के मार्गदर्शन में जिले में चिरायु टीम लगातार बच्चों के स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही है। कार्यक्रम अंतर्गत 0 से 18 वर्ष तक की आयु के बच्चे जो जन्मजात कटे-फटे होंठ, मोतियाबिंद, टेढ़े-मेढ़े हाथ पैर, श्रवण बाधा सहित विभिन्न प्रकार की बीमारी तथा विकृति पर निःशुल्क उपचार होता है। कलेक्टर ने चिरायु टीम को ऐसे प्रकरणों पर तत्काल उपचार और सहायता शुरू करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को दिए हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभात चन्द्र प्रभाकर ने बताया कि लोरमी विकासखण्ड के ग्राम उरईकछार के स्कूल के 08 वर्षीय छात्र चूड़ामणि पटेल के लिए चिरायु योजना वरदान साबित हुई है। चिरायु टीम द्वारा स्कूल में बच्चों के स्वास्थ्य का निरीक्षण के दौरान चूड़ामणि के दाहिने आंख में जन्मजात मोतियाबिंद पाया गया। जिसके पश्चात परिजनों की सहमति पर उसे जिला चिकित्सालय मुंगेली और सिम्स बिलासपुर में स्वास्थ्य जांच उपरांत रायपुर मेडिकल कॉलेज में चूड़ामणि के आंख का सफल ऑपरेशन किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक गिरीश कुर्रे ने बताया कि चिरायु टीम द्वारा समय-समय पर चूड़ामणि का फॉलोअप लिया जाता है। चूड़ामणि पटेल के परिजनों ने आंख के सफल ऑपरेशन के लिए शासन व प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।