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धान खरीदी केंद्रों में फैली अव्यवस्था तथा किसानों की समस्या का निराकरण करने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन

संपादक विकेश शुक्ला     

सत्यमत

मुंगेली / किसानों को धान बेचने में हो रही असुविधा तथा धान खरीदी केंद्र में फैली अव्यवस्था को दूर करने टोकन तौलाई और भुगतान सोसायटी में जाम की स्थिति के निराकरण करने एवं बारदाने की कमी को दूर करने एकमुश्त भुगतान की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देशन में10 दिसंबर को शहर कांग्रेस अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा और जिला महामंत्री संजय यादव के तत्वाधान में जिले के पड़ाव चौक में वरिष्ठ कांग्रेस जन में पूर्व विधायक चंद्रभान बारमते,चुरावन मंगेशकर,पूर्व मंडी अध्यक्ष आत्मा सिंह क्षत्रिय, पूर्व विधायक प्रत्याशी संजीत बनर्जी, उर्मिला रमेश यादव,रोहित शुक्ला, इंजी. इंद्रजीत कुर्रे, कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष दिलीप बंजारा ,मो.कलीम,सागर सोलंकी,अरविंद वैष्णव, सूरज यादव, अजय साहू,प्रभु मल्लाह,महेंद्र यादव,संजय चंदेल,वैभव ताम्रकार,जैत राम खांडे,शिवम् जायसवाल,मुमताज अली,फूलसिंह महिलांग,मनीष साहू,आदि कांग्रेसियों द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन रखा गया है

धरना प्रदर्शन करते हुए कहा गया कि हम लगातार किसानों के परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार से आग्रह कर रहे है हम लोग खरीदी केंद्रों में गए वहां पर किसानों को परेशान किया जा रहा है सरकार की मंशा साफ नहीं है किसानों से पूरा धान नहीं खरीदना नहीं चाह रहे है बारदाने का संकट है टोकन नहीं मिल रहा है
इलेक्ट्रानिक कांटों से ज्यादा मात्रा में धान तौला जा रहा है। इन सबको लेकर सरकार के संज्ञान में दिया गया है फिर भी सरकार के कानों में जूं नहीं रेंगा।
14 नवंबर से पूरे प्रदेश में धान की खरीदी किया गया है लेकिन धान खरीदी में फैली अव्यवस्था तथा सरकार की नीतियों के कारण किसानों को परेशान होना पड़ रहा है 3 दिसम्बर से कांग्रेस ने धान खरीदी केंद्र चलों अभियान चलाया गया कांग्रेस के वरिष्ठजनों पदाधिकारी द्वारा धान खरीदी केंद्र पर गए जहां किसानों की परेशानियों को देखा गया और किसान कई परेशानियों से जूझ रहे है

*बारदाने के कमी के चलते किसानों को अपनी उपज बेचने में परेशानी हो रही है सरकार ने कहा 50 प्रतिशत नए बारदाने और 50 प्रतिशत पुराना बारदाना का उपयोग किया जाएगा। पुराने बारदाने समितियों में नहीं पहुंचे है जिसके कारण खरीदी बाधित हो रहा है कई सोसायटी में किसानों को 50 प्रतिशत जुट बारदाना देना पड़ रहा है।
* टोकन के लिए किसानों को परेशान होना पड़ रहा है नम्बर नहीं आ रहा है। टोकन कटने के तारीख से 7 से 10 दिन बाद धान बेचने के लिए बुलाया जा रहा है
* इलेक्ट्रानिक कांटों में तौलाई किया जा रहा है जिसमें 1.5 से 2 किलोग्राम अधिक तौला जा रहा है
* अनावरी रिपोर्ट गलत बनाया गया है खरीदी 21क्विं. के हिसाब से नहीं हो रहा है किसानों से पूरा धान नही लिया जा रहा है।
* सोसायटी में धान का उठाव नहीं होने के कारण जगह की कमी है धान के बारे जाम है जगह का आभाव है।
* बड़े किसान अपनी बारी का इंतजार कर रहे है उनकी बारी ही नहीं आ रही है।
* सरकार ने घोषणा किया कि 72 घंटों में किसानों के खाते में पैसा आएगा जो लोग धान बेच चुके है उनके खाते के रकम हफ्तों तक नहीं आया और जो रकम आया वह एकमुश्त 3100 से नहीं है सिर्फ 2300रु क्विं
ही आ रहा है(जो समर्थन मूल्य है उतना) भाजपा ने 3100रू एकमुश्त देने का वादा किया था।
* हमारी मांग है कि धान की कीमत का भुगतान 3217 में करें। क्योंकि 3100 रू भाजपा ने अपने चुनावी वायदे में घोषणा किए थे कि इस वर्ष केंद्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 117 रू बढ़ा दिए है इस कारण इस वर्ष धान की खरीदी 3100 से बढ़ाकर 3217 किया जाए।
* बीज उत्पादक किसानों से सोसायटी में धान नहीं खरीदा जा रहा है। सोसायटी में सूचना चस्पा किया गया है कि बीज उत्पादक किसानों का धान नहीं लिया जाएगा।
* सोसायटी में धान संग्रहण केंद्रों में भेजा जा रहा है जबकि यह सीधे मिलरो के पास जाना चाहिए। इस कारण सोसायटी में संग्रहण केंद्रों के बीच परिवहन की लागत अतिरिक्त आ रहा है लेवल चार्ज बढ़ गया और इसमें भ्रष्टाचार की आशंका है।
* पिछले वर्ष की सूखत का पैसा सोसायटियों को अभी तक नहीं दिया गया है।

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