चिकित्सक एवं स्टाफ अनुशासित एवं संवेदनशील होकर मरीजों को सेवा प्रदान करें – कलेक्टर
कलेक्टर ने निक्षय निरामय अभियान की समीक्षा, बेहतर क्रियान्वयन के दिए निर्देश
संपादक विकेश शुक्ला
मुंगेली / कलेक्टर राहुल देव ने शुक्रवार शाम को जिला चिकित्सालय के सभाकक्ष में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत गठित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक ली। उन्होंने जिला चिकित्सालय में की जा रही सोनोग्राफी, एक्स-रे, लैब जांच, ओ.पी.डी. सेवायें आदि की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी चिकित्सक एवं स्टाफ को अनुशासित और संवेदनशील होकर मरीजों को सेवा प्रदान करें। आपके कार्य से लोगों के बीच में आपकी पहचान होना चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सको की उपस्थिति की जानकारी ली और सभी चिकित्सको को अनिवार्य रूप से निर्धारित समय पर अपने कार्यस्थल पर उपस्थित होकर मरीजों का उपचार करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने जिले में अनुबंध पर कार्यरत अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित चिकित्सकों पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि ऐसे चिकित्सकों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जिले के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना शासन की प्राथमिकता है और इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने निक्षय निरामय अभियान के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश भी दिए। इस अभियान के तहत मितानीन बहनें घर-घर जाकर टीबी, कुष्ठ रोग, मलेरिया और वृद्धजनों की बीमारियों की पहचान कर उपचार कर रही हैं। कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की कि वे सर्वे टीम का सहयोग करें, ताकि समय पर जांच और उपचार हो सके। कलेक्टर ने आयुष्मान वय वंदना कार्ड के तहत 70 वर्ष एवं इससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों का घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड बनाने का निर्देश दिए। उन्होंने जिला चिकित्सालय में विभिन्न मदों से प्राप्त राशि के उपयोग की जानकारी भी ली। उन्होंने 100 बिस्तर मातृ एवं शिशु चिकित्सालय मुंगेली में 01 स्त्रीरोग विशेषज्ञ एवं 01 शिशुरोग विशेषज्ञ की पदस्थापना करने हेतु मांग पत्र संचालक स्वास्थ्य सेवायें को तत्काल पत्र प्रेषित करने निर्देशित किया। बैठक दौरान जिले को टीबी मुक्त करने शपथ भी लिया गया।
पुलिस अधीक्षक ने साइबर अपराध से बचाव के संबंध में दी जानकारी
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कहा कि सभी अस्पताल के सीसीटीवी चालू हालत में रहें और जहां नहीं लगे हैं वहां तत्काल लगाये जायें। समय-समय पर सीसीटीवी ऑडिट भी कराये जायें। उन्होंने कहा कि अस्पताल, थाना और न्यायालय समाज के बहुत ही महत्पूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि लीगल प्रकरणों में भी चिकित्सक की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण होती है। अनेकों बार चिकित्सक सही रिपोर्ट नहीं देते हैं या अस्पष्ट रिपोर्ट देते हैं, जिससे अपराधी साक्ष्य के अभाव में कोर्ट से छूट जाते हैं। अतः लीगल प्रकरणों को भी चिकित्सकों को गंभीरता से लेना चाहिये। सभी स्वास्थ्य अमला ड्रेस कोड का पालन करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई दलाल किसी स्टाफ के माध्यम से मरीजों को बरगलाने की कोशिश करता है, तो इसकी सूचना प्रशासन को दी जाए। उन्होंने साइबर अपराध से बचाव के लिए उन्होंने 1930 हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी और कहा कि इस नंबर पर संपर्क करके साइबर अपराध से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
कलेक्टर-एसपी ने औषधि भंडार शाखा का किया अवलोकन, फार्मासिस्ट को हटाने के दिए निर्देश
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने जिला चिकित्सालय के औषधि भंडार शाखा का निरीक्षण किया और स्टॉक पंजी से सामग्री का भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान पंजी के अनुरूप सामग्री न मिलने पर नाराजगी जाहिर की और फार्मासिस्ट अरविंद राय को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन को क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल के लिए चयनित स्थल का भी निरीक्षण किया और अव्यवस्थित कार्यों के लिए सीजीएमएससी के इंजीनियर को फटकार लगाई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सह प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी जी.एल. यादव, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. एम.के. राय, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रविशंकर प्रसाद देवांगन, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. कमलेश खैरवार, डॉ. शिवपाल सिंह सिदार, डॉ. देवेश खाण्डे, डॉ. देवनारायण साहू, डॉ. नेहा स्मृति लाल, समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी, विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक एवं समस्त संबंधित अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक के अंत में जिला कार्यक्रम प्रबंधक, गिरीश कुर्रे ने सभी का आभार व्यक्त किया।